लोकसभा में गरजे मोदी: विकास, भ्रष्टाचार और विपक्ष पर कसा तंज!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और विपक्ष पर तीखे हमले किए। उनका भाषण सिर्फ राजनीतिक बयान नहीं था, बल्कि यह बताने का प्रयास भी था कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में क्या बदलाव लाए हैं।
हम संविधान को जीने वाले लोग हैं – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार संविधान की मर्यादा का पालन करती है। 2014 में जब बीजेपी सरकार बनी, तब विपक्ष बहुत कमजोर था, फिर भी उन्हें पूरा सम्मान दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका अहम होती है और इसे कमजोर नहीं होने देना चाहिए।
2014 से पहले जनता को घाव मिले, हमने मरहम लगाया – पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले जनता घोटालों और भ्रष्टाचार से परेशान थी। उनकी सरकार ने सत्ता में आते ही इन समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने में जुटी। उनका इशारा साफ था कि कांग्रेस शासन में जनता को सिर्फ परेशानियां मिलीं, जबकि उनकी सरकार ने राहत पहुंचाई।
पहले अखबारों में घोटालों की खबरें होती थीं, अब विकास की चर्चा होती है
उन्होंने कहा कि पहले देश में घोटाले ही चर्चा का विषय होते थे, लेकिन अब सरकार पारदर्शिता और विकास पर ध्यान दे रही है। करोड़ों रुपये जो पहले बिचौलियों के पास जाते थे, अब सीधे जनता तक पहुंच रहे हैं। इस बात से उन्होंने अपनी सरकार की ‘भ्रष्टाचार मुक्त शासन’ की छवि को मजबूत करने की कोशिश की।
जब बुखार तेज होता है, तो लोग कुछ भी बोल देते हैं – पीएम मोदी
इस बयान में पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब किसी को बुखार तेज होता है या कोई निराश होता है, तो वह अजीब-अजीब बयान देने लगता है। उनका इशारा विपक्ष के उन नेताओं की तरफ था जो मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं।
गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन करने वाले अब ‘गरीबी की बात’ को बोरिंग बताते हैं
पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता सिर्फ दिखावे के लिए गरीबों की झोपड़ियों में जाते हैं और फोटो खिंचवाते हैं। लेकिन जब संसद में गरीबों के मुद्दों की बात होती है, तो उन्हें वह चर्चा बोरिंग लगती है। यह बयान कहीं न कहीं विपक्ष की ‘गरीबी हटाओ’ नीतियों पर भी सवाल उठाता है।
जनता के पैसे से शीशमहल नहीं बनाया – पीएम मोदी
बिना नाम लिए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने जनता के पैसों का सही इस्तेमाल किया, न कि उसे महंगे बंगलों और आलीशान घरों पर खर्च किया। बीजेपी हमेशा से यह आरोप लगाती रही है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है।
सरकारी कबाड़ बेचकर 2300 करोड़ रुपये कमाए
पीएम मोदी ने बताया कि सरकार ने पुराने कबाड़ और अनुपयोगी वस्तुएं बेचकर 2300 करोड़ रुपये जुटाए। इससे सरकार ने दिखाया कि किस तरह छोटे-छोटे सुधारों से भी बड़ा आर्थिक लाभ हासिल किया जा सकता है।
हमारा फोकस स्टाइलिश बाथरूम पर नहीं, हर घर में नल पहुंचाने पर है
पीएम मोदी ने फिर से केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेताओं को अपने आलीशान बाथरूम और बंगले की चिंता है, जबकि उनकी सरकार का ध्यान हर गरीब के घर तक पानी पहुंचाने पर है। उन्होंने बताया कि 12 करोड़ घरों तक पानी की सुविधा दी जा चुकी है।
पहले 1 रुपया भेजा जाता था, लेकिन जनता तक सिर्फ 15 पैसे पहुंचते थे
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले सरकार से जितना पैसा जनता के लिए भेजा जाता था, उसमें से ज्यादातर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता था। लेकिन अब उनकी सरकार ने डिजिटल लेन-देन और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए इस समस्या को खत्म कर दिया है।
भाग्यशाली हूं कि जनता ने मुझे 14वीं बार यह अवसर दिया
पीएम मोदी ने अपने भाषण के अंत में कहा कि वे खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें 14वीं बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलने का मौका मिला। उन्होंने जनता के प्रति आभार व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि वे देश के विकास के लिए काम करते रहेंगे।
Sorts News समझ:
- भ्रष्टाचार मुक्त सरकार – पीएम मोदी ने बार-बार इस बात को दोहराया कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार खत्म करने का काम किया है।
- विकास पर जोर – उन्होंने बताया कि सरकार ने जनता के पैसों का सही इस्तेमाल किया और विकास योजनाओं पर ध्यान दिया।
- विपक्ष पर हमला – मोदी ने राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अरविंद केजरीवाल पर तीखे तंज कसे और उनकी नीतियों को विफल बताया।
- जनता से जुड़ाव – उन्होंने खुद को जनता का सेवक बताया और कहा कि उनकी सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम कर रही है।
क्या यह भाषण चुनावी मूड में दिया गया था?
बिल्कुल! पीएम मोदी का यह भाषण आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए दिया गया था। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया, विपक्ष को कमजोर बताया और जनता को यह संदेश दिया कि अगर उनकी सरकार फिर से चुनी जाती है, तो विकास की गति और तेज होगी।
🚀 यह भाषण केवल सरकार की उपलब्धियों को गिनाने तक सीमित नहीं था, बल्कि यह एक चुनावी रणनीति का भी हिस्सा था, जो जनता के दिमाग में ‘मोदी सरकार = ईमानदार सरकार’ की छवि को और मजबूत कर सके। 🚀