Mahakumbh Amrit Snan Photo: हाथ में गदा और त्रिशूल लेकर बसंत पंचमी पर अमृत स्नान
Mahakumbh Amrit Snan Photo: सीएम योगी के निर्देश पर पूरी तरह से मेला प्रशासन मुस्तैद है. बसंत पंचमी अमृत स्नान की तस्वीर सामने आई है.
महाकुंभ में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर श्रद्धालु और साधु-संतों ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया। चारों ओर श्रद्धा और भक्ति का माहौल है, जहां आस्था की लहरें गंगा जल में समाहित हो रही हैं। लाखों श्रद्धालु विशेष स्नान के लिए संगम तट पर पहुंचे, जहां उन्होंने भक्ति और समर्पण के साथ स्नान किया।
सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट के लिए कड़े इंतजाम
इस विशाल आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रशासन ने “ऑपरेशन इलेवन” के तहत कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए वन-वे रूट प्लान लागू किया गया है, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। मेला प्रशासन लगातार आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रहा है, ताकि श्रद्धालु आसानी से दर्शन और स्नान कर सकें।
यातायात और पुलों की विशेष व्यवस्था 🚦
श्रद्धालुओं की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मार्गों पर पुलों की व्यवस्था की गई है:
✅ अरैल से झूंसी जाने के लिए – पुल नंबर 28 खुला है।
✅ संगम से झूंसी जाने के लिए – पुल नंबर 2, 4, 8, 11, 13, 15, 17, 20, 22, 23 और 25 का उपयोग किया जा सकता है।
✅ झूंसी से संगम जाने के लिए – पुल नंबर 16, 18, 21 और 24 निर्धारित किए गए हैं।
✅ झूंसी से अरैल जाने के लिए – पुल नंबर 27 और 29 खुले हैं।
✅ अरैल से संगम जाने के लिए – पुल नंबर 1 खुला है।
✅ संगम से अरैल जाने के लिए – पुल नंबर 30 खुला है।
वन-वे रूट प्लान लागू:
श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के स्नान और दर्शन करने के लिए वन-वे रूट प्लान लागू किया गया है, जिससे भीड़ नियंत्रण बेहतर ढंग से किया जा सके।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमृत स्नान करने वाले सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा,
“महाकुंभ में बसंत पंचमी के पावन अवसर पर अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई। यह आयोजन सभी के जीवन में शुभता और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करे।”
महाकुंभ: आस्था, आध्यात्म और भव्यता का संगम
महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का जीवंत प्रतीक है। इस अलौकिक संगम में शामिल होकर श्रद्धालु न केवल आत्मशुद्धि का अनुभव कर रहे हैं, बल्कि धर्म और संस्कृति की गहराइयों से भी जुड़ रहे हैं।
🙏 हर हर गंगे! 🌊✨
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