“डोनाल्ड ट्रंप को मिला चीन का करारा जवाब, व्यापार युद्ध और बढ़ा”

चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध: महत्वपूर्ण बिंदु

  1. चीन का जवाबी कदम:
    • चीन ने अमेरिका से आयात होने वाली वस्तुओं पर 15% तक टैरिफ लगा दिया है।
    • इस कदम से ड्रैगन ने डोनाल्ड ट्रंप को कड़ा जवाब दिया है।
  2. नया टैरिफ:
    • चीन अब कोयला, एलएनजी (लिक्विड नेचुरल गैस), कच्चा तेल, कृषि मशीनरी, और बड़ी कारों पर 10% टैक्स लगाएगा।
    • इसका उद्देश्य अमेरिकी उत्पादों के लिए चीन के बाजार को महंगा करना है और व्यापार संतुलन को प्रभावित करना है।
  3. चीन की विरोधी प्रतिक्रिया:
    • चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू कांग ने इस टैक्स वृद्धि को डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) के नियमों का उल्लंघन बताया।
    • उनका कहना था कि अमेरिका के ऐसे कदम से ट्रेड वॉर बढ़ सकता है, जिससे किसी को भी फायदा नहीं होगा।
  4. अमेरिका द्वारा टैरिफ:
    • डोनाल्ड ट्रंप ने पहले चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर 10% टैरिफ लागू किया था।
    • ट्रंप का दावा है कि यह कदम अमेरिका की सुरक्षा के लिए उठाया गया था, खासकर चीन के साथ व्यापारिक असंतुलन को खत्म करने के लिए।
  5. चीन की कड़ी प्रतिक्रिया:
    • चीन ने इस टैरिफ के खिलाफ डब्ल्यूटीओ में शिकायत दर्ज कराई है।
    • चीन का कहना है कि अमेरिकी प्रशासन के इस कदम से दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में और तनाव बढ़ सकता है।
  6. कनाडा और मेक्सिको को राहत:
    • डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको के साथ व्यापार शुल्क पर कम से कम एक महीने के लिए राहत देने पर सहमति जताई है।
    • इसका उद्देश्य इन देशों के साथ बातचीत में और समय देना है और इस पर एक ठोस समझौता करना है।

व्यापार युद्ध के असर:

  • डब्ल्यूटीओ के नियमों का उल्लंघन: व्यापार युद्ध में विश्व व्यापार संगठन के नियमों का पालन नहीं होने पर वैश्विक व्यापार व्यवस्था को नुकसान हो सकता है। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अनिश्चितता और महंगाई का खतरा बढ़ता है।
  • दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का टकराव: अमेरिका और चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। दोनों के बीच बढ़ता हुआ व्यापार युद्ध न सिर्फ इन देशों को, बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता है।
  • आर्थिक नुकसान: ऐसे व्यापार युद्धों से दोनों देशों में महंगाई बढ़ सकती है, जो उपभोक्ताओं पर असर डालती है। चीन और अमेरिका दोनों के उत्पाद महंगे हो सकते हैं, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में रुकावट आ सकती है।

समाप्ति: इस व्यापार युद्ध के दोनों देशों और अन्य देशों के लिए दूरगामी आर्थिक परिणाम हो सकते हैं। समय के साथ यह स्पष्ट होगा कि क्या कोई समझौता संभव है या व्यापार युद्ध इसी तरह बढ़ेगा।

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